चीन और पाकिस्तान के परखच्चे उड़ाने के लिए तैयार हैं हेलिना और ध्रुवस्त्र एंटी-टैंक
मिसाइल जिन्हें सफलतापूर्वक एडवांस्ड लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर्स से किया गया
टेस्ट, यह दोनों मिसाइल आर्म्ड फोर्सेज में शामिल होने के लिए तैयार हैं
भारत ने शुक्रवार
को एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों (ATGM) के आर्मी और
एयरफोर्स वर्ज़न का सफलतापूर्वक टेस्ट किया, यह टेस्ट्स डेजर्ट रेंज में किये गए, टेस्ट की सफलता से यह साफ है की ये
दोनों वेपन आर्म्ड फोर्सेज में शामिल होने के लिए पूरी तरह से रेडी हैं।
डिफेन्स रिसर्च
डेवेलपमेंट आर्गेनाईजेशन (DRDO) ने इन्हें
स्वदेशी रूप से लोकली डेवेलप किया है इन, मिसाइलों को रियल
स्टेटीक और मूवेबल टारगेट्स के खिलाफ होवर और मैक्सिमम फॉरवर्ड फ्लाइट पोजीशन में
फायर करके टेस्ट किया गया। वॉर टैंक्स में वारहेड की तरह इस्तेमाल करके कई मिशंस
परफॉर्म किये गये, साथ ही मूविंग टारगेट्स के खिलाफ फॉरवर्ड फ्लाइंग हेलीकाप्टर से
भी कुछ टास्कस परफॉर्म किये गये।
हेलीकॉप्टर से
लॉन्च किये जाने वाला नाग (हेलिना) एक तीसरी पीढ़ी का एटीजीएम है जो डायरेक्ट हिट
मोड के साथ-साथ टॉप अटैक मोड दोनों में टारगेट्स को एंगेज कर सकता है। ये, फायर और फॉरगेट मोड दोनों में ऑपरेट हो सकता है, इसके साथ ही यह दिन और रात
और हर मौसम में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
यह वेपन सिस्टम कन्वेंशनल
आर्मर के साथ-साथ एक्स्प्लोसिव रिएक्टिव आर्मर बैटल टैंक्स को भी आसानी से डिफिट
कर सकता है। यह मिसाइल ALH ध्रुव, HAL डेवेलप्ड कॉम्बैट हेलीकॉप्टर रुद्र और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) में लैस किये जायेंगे।
जहाँ नाग मिसाइल
की मैक्सिमम रेंज 4 किमी है, वहीँ हेलीना की 8
किमी की एक्सटेंडेड स्ट्राइक रेंज है। इमेजिंग इन्फ्रारेड सीकर से गाइडेड यह
मिसाइल, लॉक-ऑन-बिफोर लॉन्च मोड पर काम करता है, जो इसकी स्ट्राइक रेंज को एक्सटेंड करने में मदद करता है।
हेलिना दुनिया के
सबसे एडवांस्ड एंटी-टैंक वेपन्स में से एक है। यह मिसाइल सिस्टम आर्म्ड फोर्सेज
में इंडक्शन के लिए तैयार हैं, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मिसाइल की
सक्सेसफुल ट्रायल्स के लिए डीआरडीओ, इंडियन आर्मी और इंडियन
एयरफोर्स को बधाई दी है।